नेपाल में युवाओं का विद्रोह सिर्फ साउथ एशिया ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की हेडलाइन बन चुका है. प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक सब इस्तीफा दे चुके हैं. लेकिन अभी बात विद्रोह की नहीं होगी. बात होगी नेपाल के नूडल किंग की. जी हां, नेपाल की ‘मैगी’ बनाने वाले अरबपति का नाम बिनोद चौधरी है. खास बात तो ये है कि वो नेपाल के सबसे अमीर कारोबारी भी हैं. जिनकी नेटवर्थ 2 अरब डॉलर के करीब है. नेपाली कॉन्ग्रेस पार्टी से मेंबर ऑफ पार्लियामेंट बने बिनोद चौधरी का कारोबार काफी बड़ा है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर बिनोद चौधरी का नाम नूडल किंग क्यों पड़ा? उनके पास कितनी नेटवर्थ है? साथ ही उनका कारोबार कहां-कहां तक फैला हुआ है?
कैसे बनें नूडल किंग?
नेपाल के सबसे अमीर कारोबारी बिनोद चौधरी को नेपाल का नूडल किंग भी कहा जाता है. सवाल ये है कि उन्हें ये खिताब कैसे मिला. वास्तव में उन्होंने 80 के दशक में वाई वाई नाम का इंस्टैंट नूडल लॉन्च किया था, जो जल्द ही पूरे मार्केट में छा गया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जुलाई 2025 में जब जब वाई वाई ने इंस्टेंट कप नूडल्स की अपनी नई रेंज लॉन्च की, तो फाउंडर बिनोद चौधरी ने बताया कि इस ब्रांड को शुरुआत कैसे हुई थी.
नेपाल स्थित यह ब्रांड पहली बार 1984 में चुपचाप बाजार में आया था. लेकिन ज़्यादा समय तक शांत नहीं रहा. देखते ही देखते वाई वाई ने इंस्टेंट नूडल्स की दुनिया में तहलका मचा दिया. वाई वाई का सफ़र नेपाल के ललितपुर ज़िले के भैंसेपाटी के सैबू में एक साधारण कारखाने से शुरू हुई थी. 2006 तक, ब्रांड ने सिक्किम के रंगपो में एक कारखाना स्थापित करके अपनी पहली इंटरनेशनल छलांग लगाई. मौजूदा समय में वाई वाई के पास वाई वाई एक्सप्रेस और वाई वाई क्विक जैसी प्रोडक्ट चेन हैं.
अगर बात भारत की करें तो वाई वाई भारत में तीसरा सबसे बड़ा इंस्टेंट नूडल ब्रांड बन गया है. इसने 800 करोड़ रुपए का रेवेन्यू दर्ज किया है और 2026 तक 1,200 करोड़ रुपए के रेवेन्यू का टारगेट रखा है. यह ब्रांड अब 200 से 250 SKU के पोर्टफोलियो में विकसित हो गया है और 30 से ज़्यादा देशों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है.
इन सेक्टर्स में भी जमा चुके हैं धाक
वास्तव में बिनोद चौधरी सीजी ग्रुप के चेयरमैन हैं. उनका कारोबार सिर्फ नूडल्स तक ही नहीं फैला हुआ है. उनके कारोबार की जड़े कई कई सेक्टर्स में जमी हुई हैं. वाई वाई नूडल्स के साथ एफएमसीजी सेक्टर के अलावा उनका कारोबार रियल एस्टेट में भी है. साथ ही एजुकेशन सेक्टर में भी उनका काफी बड़ा कारोबार है. कंज्यूमर इलेक्ट्रोनिक्स में भी उनकी गहरी जड़े हैं. रिपोर्ट के अनुसार सीजी ग्रुप का कारोबार दुनिया के 5 महाद्वीपों में फैला हुआ है. जिसकी वजह से इस ग्रुप को नेपाल में मल्टी नेशनल ग्रुप का दर्जा मिला हुआ है.
बिनोद चौधरी की खास बातें
- बिनोद चौधरी सीजी कॉर्प ग्लोबल के कंट्रोलर हैं और नेपाल के एकमात्र अरबपति हैं.
- उनकी सबसे बड़ी संपत्ति नेपाल के नबील बैंक और लोकप्रिय वाइ वाइ नूडल्स बनाने वाली सीजी फ़ूड्स में सबसे बड़ी हिस्सेदारी है.
- वाइ वाइ के भारत, सर्बिया और बांग्लादेश में विदेशी कारखाने हैं और मिस्र में एक नया कारखाना बन रहा है. कंपनी कई तरह के सॉस लॉन्च करने की योजना बना रही है.
- सीजी के होटल असेट्स में 143 खुद की और मैनेज्ड प्रोपर्टीज शामिल हैं. जिनमें भारत की ताज होटल चेन के साथ कई लग्जरी होटल शामिल हैं.
- उनके बेटे निर्वाण नेपाल में और राहुल और वरुण, जो विदेश में रहते हैं, ग्रुप को चलाने में उनकी मदद करते हैं. निर्वाण और राहुल ग्रुप के एमडी हैं.
- खास बात तो ये है कि विनोद चौधरी के दादा जी मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले थे. जो बाद में नेपाल में शिफ्ट हो गए थे.
- विनोद चौधरी के दादाजी ने नेपाल में आकर टेक्स्टाइल बिजनेस शुरू किया था. उसके बाद विनोद चौधरी के पिता ने नेपाल में देश का पहला डिपार्टमेंटल स्टोर खोला था.
कितनी है बिनोद चौथरी की नेटवर्थ?
जैसा कि हमने आपको बताया कि वह नेपाल के इकलौते अरबपति हैं. जिनकी मौजूदा नेटवर्थ 2 अरब डॉलर है. वो पहली बार साल 2013 में फोर्ब्स की लिस्ट में शामिल हुए थे. खास बात तो ये है कि साल 2021 के बाद से उनकी नेटवर्थ में लगातार इजाफा देखने को मिला है. साल 2021 में उनकी नेटवर्थ 1.4 अरब डॉलर थी, जिसमें अब तक 600 मियिन डॉलर की बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है. जबकि बीते 10 साल की बात करें तो 1.1 अरब डॉलर थी. तब से अब तक इसमें 90 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है.