देश को नया उपराष्ट्रपति मिल गया है, सीपी राधाकृष्णन. 9 सितंबर को हुए चुनाव में उन्होंने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों के अंतर से मात दी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद उपराष्ट्रपति को आमतौर पर कोई नियमित वेतन नहीं मिलता? सुनने में ये थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन असल में ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उपराष्ट्रपति की सैलरी सीधे उनके राज्यसभा के कार्यकारी अध्यक्ष के पद से जुड़ी होती है.
उपराष्ट्रपति को देश के प्रधानमंत्री की तरह अलग से वेतन नहीं दिया जाता. वे राज्यसभा के अध्यक्ष के रूप में जो वेतन प्राप्त करते हैं, वह करीब 4 लाख रुपये प्रति माह है. यह वेतन संसद के अधिनियम सैलरी और भत्ते ऑफ ऑफिसर्स ऑफ पार्लियामेंट एक्ट, 1953 के तहत निर्धारित किया गया है. उपराष्ट्रपति पद के लिए कोई खास वेतन प्रावधान नहीं है, इसलिए वे अपने कार्यकारी अध्यक्ष पद के वेतन पर निर्भर रहते हैं.
उपराष्ट्रपति को मिलतीं है ये सुविधाएं
सैलरी न होने के बावजूद उपराष्ट्रपति को कई तरह की विशेष सुविधाएं दी जाती हैं. इन्हें एक आलीशान सरकारी आवास मुफ्त मिलता है, जो दिल्ली के लुटियंस जोन में स्थित होता है. इस आवास का किराया या रखरखाव वे खुद नहीं देते.
इसके अलावा, उपराष्ट्रपति को दैनिक भत्ता, यात्रा भत्ता, बेहतर चिकित्सा सुविधा, और कई अन्य भत्ते भी मिलते हैं. सुरक्षा के लिहाज से उन्हें सर्वोच्च स्तर की सुरक्षा मिलती है, जिसमें SPG (स्पेशल प्रोटोक्शन ग्रुप) और Z+ सुरक्षा कवर शामिल हैं. उनका स्टाफ भी काफी बड़ा होता है, जिसमें निजी सचिव, अधिकारी, और सुरक्षा कर्मचारी शामिल होते हैं.
उनके पास एक स्वतंत्र उपराष्ट्रपति कार्यालय होता है, जिसमें सभी प्रशासनिक सुविधाएं उपलब्ध रहती हैं. देश और विदेश यात्रा के खर्चे पूरी तरह से सरकार वहन करती है. विदेश यात्राओं पर उन्हें उच्च स्तरीय सम्मान और प्रोटोकॉल भी दिया जाता है.
मिलती है मोटी पेंशन
पद छोड़ने के बाद भी पूर्व उपराष्ट्रपति को सरकार की ओर से कई सुविधाएं दी जाती हैं. इनमें जीवन भर पेंशन शामिल है, जो उनके वर्तमान वेतन का 50 प्रतिशत होती है. इसके अलावा, उन्हें टाइप-8 का बंगला, व्यक्तिगत सचिव, सहायक, सुरक्षा, चिकित्सक और अन्य स्टाफ की सेवाएं भी लगातार मिलती रहती हैं. वहीं, पूर्व उपराष्ट्रपति के निधन के बाद उनकी पत्नी को टाइप-7 बंगला और कुछ अन्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं.




