अगर आपकी सालाना आमदनी इनकम टैक्स की बुनियादी छूट सीमा से कम है, तो आमतौर पर आपको लगता होगा कि ITR भरना जरूरी नहीं है. लेकिन ऐसा हर बार नहीं होता. आयकर विभाग कुछ खास तरह के लेन-देन को लेकर काफी सतर्क रहता है. अगर आपने बीते वित्त वर्ष में ऐसे किसी लेन-देन को अंजाम दिया है, तो फिर आपकी आमदनी चाहे टैक्स के दायरे में आती हो या नहीं, ITR फाइल करना जरूरी हो जाता है.
इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के मुताबिक, अगर किसी व्यक्ति की आमदनी पुराने टैक्स सिस्टम में ₹2.5 लाख और नए टैक्स सिस्टम में ₹3 लाख से कम है, तो ITR भरना जरूरी नहीं होता. लेकिन यही कानून यह भी कहता है कि कुछ खास परिस्थितियों में, जब आपकी आमदनी भले ही इस छूट सीमा से कम हो, तब भी आपको ITR फाइल करना अनिवार्य होता है.
ये ट्रांजेक्शन आयकर विभाग की नजर में हैं बड़े
विदेश यात्रा पर ₹2 लाख या उससे ज्यादा खर्च किया हो- अगर आपने बीते साल विदेश घूमने के लिए ₹2 लाख या उससे ज्यादा खर्च किए हैं, तो आपको ITR फाइल करना जरूरी है. भले ही आपकी कुल सालाना आमदनी टैक्स छूट सीमा से नीचे हो.
विदेशी संपत्ति या इनकम है- अगर आपके पास विदेश में कोई संपत्ति है या आपने वहां से कोई आय अर्जित की है—जैसे विदेशी कंपनियों के शेयर से डिविडेंड—तो आपको ITR दाखिल करना अनिवार्य है. यह प्रावधान काले धन को लेकर सख्ती के तहत आता है.
TDS या TCS ₹25,000 या उससे ज्यादा कटा हो- अगर आपके ऊपर वित्त वर्ष में कुल ₹25,000 या उससे अधिक TDS या TCS काटा गया है, तो ITR भरना जरूरी हो जाता है. सीनियर सिटिज़न्स के लिए यह सीमा ₹50,000 है.
करेंट अकाउंट में ₹1 करोड़ या उससे ज्यादा की रकम जमा की हो- यदि आपने किसी बैंक के करेंट अकाउंट में एक साल में कुल मिलाकर ₹1 करोड़ या उससे अधिक की राशि जमा की है, तो ITR फाइल करना अनिवार्य हो जाता है, चाहे आमदनी कितनी भी हो.
सेविंग अकाउंट में ₹50 लाख या उससे ज्यादा की जमा- अगर आपके सेविंग बैंक अकाउंट में एक साल के भीतर ₹50 लाख या उससे ज्यादा की राशि जमा हुई है, तो आप आयकर विभाग के रडार पर आ जाते हैं. ऐसे में ITR फाइल करना जरूरी हो जाता है.
बिजनेस टर्नओवर ₹60 लाख या उससे अधिक- यदि आप व्यापार करते हैं और आपका वार्षिक टर्नओवर ₹60 लाख या उससे ज्यादा है, तो भले ही आपका लाभ कम हो, लेकिन ITR भरना जरूरी है.
पेशेवर सेवा देने वालों के लिए ₹10 लाख से ज्यादा की आमदनी- अगर आप डॉक्टर, वकील, कंसल्टेंट या अन्य किसी पेशेवर सेवा से जुड़े हैं और आपकी कुल प्रोफेशनल रिसीट ₹10 लाख से अधिक है, तो ITR दाखिल करना अनिवार्य हो जाता है.
बिजली बिल ₹1 लाख या उससे ज्यादा का भुगतान- अगर आपने साल भर में कुल मिलाकर ₹1 लाख या उससे ज्यादा का बिजली बिल अदा किया है, तो भी ITR फाइल करना जरूरी है. यह सरकार के पास आपके खर्च की एक अहम जानकारी होती है.
क्यों जरूरी है समय पर ITR भरना?
इन सभी मामलों में ITR फाइल न करना न सिर्फ जुर्माने का कारण बन सकता है, बल्कि भविष्य में आपको लोन, वीजा, क्रेडिट कार्ड जैसे वित्तीय कार्यों में भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. आयकर विभाग इन लेन-देन को ट्रैक करता है और छूट सीमा से नीचे की आमदनी को छूट नहीं मानता, यदि आपके खर्च या जमा इन तयशुदा दायरों को पार कर जाते हैं.